Social Media Group Cards
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Rakt Samuh Ki Khoj Kisne Ki | रक्त समूह की खोज किसने की । रक्त समूह से संबंधित सामान्य प्रश्न

नमस्कार दोस्तों आज मैं आप सभी को रक्त समूह या रुधिर वर्ग के बारे में बताऊंगा जिसके अंतर्गत रक्त समूह क्या है ( Rakt Samuh Ki Khoj Kisne Ki ) रक्त समूह की खोज किसने की रक्त समूह कौन कौन से होते हैं और कौन सा रक्त किस  रक्त के समूह को दिया जा सकता है ओर रक्त समूह से संबंधित महत्वपूर्ण प्रशन इसलिए हमारेे ब्लॉग को पूरा जरूर पढ़ना ।

 

Rakt Samuh Ki Khoj Kisne Ki
Rakt Samuh Ki Khoj Kisne Ki

रक्त समूह ( रुधिर वर्ग / ब्लड ग्रुप्स ) क्या है

किसी के जल जाने या कट जाने या चोट लग जाने या और भी कई प्रकार की लंबी बीमारियों जिसके कारण शरीर में खून की कमी हो जाती है । और रोगी की मृत्यु होने की भी संभावना ज्यादातर रहती है | इस समस्या से समाधान पाने के लिए प्राचीन काल में कई वैज्ञानिकों ने स्वस्थ मनुष्य का ब्लड या रुधिर रोगियों को बचाने के लिए उन पर चढ़ाने का प्रयास किया दोस्तों इससे कई बार कई रोगियों तो बच जाते थे परंतु कई की मृत्यु हो जाती थी जिस कारण वैज्ञानिक परेशान रहते थे कि कैसे कई मरीज बच जाते हैं और कई के लिए यह घातक साबित हो जाता है

रक्त समूह की खोज किसने की ।

जैसा कि मैंने आपको बताया कि प्राचीन काल में वैज्ञानिकों ने ब्लड को दूसरे मरीज के शरीर में चढ़ाने की कोशिश की परंतु उससे कई लोग मर जाते थे जिस कारण कई वैज्ञानिक इस खोज में थे कि ऐसा क्यों होता है

इसी क्रम में सन 1902 में वैज्ञानिक लैंडस्टेनर ने पता लगाया कि सभी मनुष्य का रक्त समूह एक समान नहीं होता है और यह कहा कि रुधिर रक्त समूह के आदान-प्रदान के लिए यह आवश्यक है कि रक्त दान देने वाले और रक्त लेने वाले रोगी के रक्त का वर्ग समान हो तभी व्यक्ति जीवित रहता है अन्यथा मरीज के रक्त में पहुंचते ही दाता के रुधिर के लाल रुधिराणु परस्पर बड़े बड़े समूहों में चिपकने लगते हैं जिससे रुधिराणु कहते हैं इसी कारण रोगी की मृत्यु शीघ्र हो जाती हैं

वैज्ञानिक लैंडस्टेनर को नोबेल पुरस्कार कब मिला

वैज्ञानिक लैंड स्पिनर को रक्त समूह की खोज के लिए सन 1930 ईस्वी में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया

रक्त समूह ब्लड ग्रुप कितने प्रकार के होते हैं

वैज्ञानिक लैंडस्टीनर ने लाल रुधिराणु आने पर उपस्थित एंटीजन के आधार पर मानव रुधिर को 4 वर्गों में बांटा जिन्हें रक्त समूह कहते हैं

  1. पहला रक्त समूह A वह मनुष्य जिसमें एंटीजन ए होता है
  2. दूसरा रक्त समूह B वह मनुष्य जिसमें एंटीजन B होता है
  3. तीसरा रक्त समूह AB वह मनुष्य इसमें एंटीजन AB भी होता है
  4. चौथा रक्त O समूह जिसमें मनुष्य में कोई भी एंटीजन नहीं होता है

कौन सा रक्त समूह किस रक्त समूह को अपना रक्त दे सकता है

  • रक्त समूह O द्वारा रक्त समूह O,A,B,AB को रक्त दिया जा सकता है O रुधीर वर्ग वाला केवल o रूधीर वर्ग को ही प्राप्त कर सकता है
  • रक्त समूह A द्वारा रक्त Ab को दिया जा सकता है और o, A से प्राप्त किया जा सकता है
  • रक्त समूह B द्वारा B तथा AB को रक्त दिया जा सकता है और वह तथा O,B से रक्त प्राप्त किया जा सकता है
  • रक्त समूह AB द्वारा AB को रक्त दिया जा सकता है O,A,B,AB का रक्त प्राप्त किया जा सकता है
BLOAD GROUP
BLOAD GROUP

रक्त समूह से संबंधित सामान्य प्रश्न

O रुधिर वर्ग को सार्वत्रिक दाता क्यों कहते हैं O रक्त समूह सबको क्यों दिया जा सकता है

यह देखा गया है कि इस ब्लड ग्रुप में एं टीजन ना होने के कारण o रुधीर वर्ग के रुधिर कणिकाएं किसी भी वर्ग के रुधिर के एंटीबाडीज के साथ गुच्छ नहीं करती है अतः रुधिर वर्ग का रुधिर किसी भी रुधिर वर्ग के व्यक्ति को दिया जा सकता है इसी कारण o को सार्वत्रिक दाता कहते हैं

O रुधिर वर्ग वाले व्यक्ति को अन्य वर्ग का रुधिर क्यों नहीं दिया जा सकता है

0 वर्ग के रुधिर प्लाज्मा में दोनों प्रकार के एंटीबॉडीज होती है अतः उनको केवल O रुधिर वर्ग वाला रुधिर ही दिया जा सकता है क्योंकि O रूधिर वर्ग के व्यक्ति में प्राप्त रुधिर के रुधिर का गुच्छन हो जाता है

रुधिर वर्ग AB को सार्वत्रिक आदाता अथवा सर्वग्राही क्यों कहते हैं

AB रुधिर वर्ग के व्यक्तियों के रुधिर कणिकाओं पर दोनों प्रकार के एंटीजन ए तथा बी होते हैं और उनके रुधिर प्लाज्मा में कोई भी एंटीबॉडीज नहीं होता है जिससे किसी भी रुधिर वर्ग का रुधिर ग्रहण कर सकते हैं अतः A B रुधिर वर्ग को सार्वत्रिक दाता या सार्वत्रिक प्रापक या सर्वग्राही कहते हैं

रक्त समूह की खोज किसने की थी

रक्त समूह की खोज कार्ल लैंडस्टीनर ने की थी

सर्वप्रथम रक्त परिसंचरण तंत्र का अध्ययन किसने किया था

विलियम हार्वे ने सर्वप्रथम रक्त परिसंचरण तंत्र का अध्ययन किया था

रक्त का अध्ययन क्या कहलाता है

रक्त के अध्ययन को हेमाटोलॉजी कहा जाता है

मानव शरीर में खून के शुद्धिकरण की प्रक्रिया को क्या कहते हैं

मानव शरीर में खून के शुद्धिकरण की प्रक्रिया को डायलिसिस कहते हैं

रक्त का लाल रंग किसके कारण होता है

रक्त का लाल रंग हीमोग्लोबिन के कारण होता है

किस प्रोटीन की मौजूदगी के कारण शरीर के भीतर रक्त का थक्का नहीं जमता है

हेपरिन की मौजूदगी के कारण शरीर के भीतर रक्त का थक्का नहीं जमता है

किस विटामिन की कमी से खून का थक्का नहीं जमता

विटामिन K की कमी से खून का थक्का नहीं जमता है

o रक्त समूह की खोज किसने की

वैज्ञानिक लैंडस्टेनर o रक्त समूह की खोज किसने की

अंतिम शब्द

दोस्तों मैं आशा करता हूं आपको मेरी यह पोस्ट पसंद आई होगी इसमें ज्यादातर बातें मैंने आप सभी को रक्त समूह से संबंधित बता दिया है

अगर दोस्तों आपको यह पोस्ट पसंद आई होगी तो कृपया करके अपने दोस्तों के साथ व्हाट्सएप फेसबुक इंस्टाग्राम पर शेयर जरूर करना ताकि उन्हें भी रक्त समूह से संबंधित ज्यादा से ज्यादा जानकारी मिल सके |

दोस्तों मैं अपने वेबसाइट पर गोरमेंट जॉब से रिलेटेड अलग-अलग प्रश्न, करंट अफेयर्स, टेस्ट, सरकारी नौकरी से संबंधित ब्लॉग पोस्ट करता हु तो मेरी वेबसाइट www.ghantajob.com को फॉलो जरूर करे |
धन्यवाद

 

 

 

Subham Kumar

Ghantajob.com स्टडी प्लेटफार्म में बतौर कंटेंट राइटर और क्विज बनाने के तौर पर कार्यरत हु। शुभम कुमार को Ghantajob.com प्लेटफाॅर्म और कंटेंट राइटर और क्विज बनाने में 5 वर्ष से अधिक का अनुभव है। पहले और भी वेबसाइट में कंटेंट डेवलपर और कंटेंट राइटर रह चुके हैं। शुभम कुमार ने दिल्ली विश्वविद्याल से अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री कंप्लीट की है।

Social Media Group Cards
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

1 thought on “Rakt Samuh Ki Khoj Kisne Ki | रक्त समूह की खोज किसने की । रक्त समूह से संबंधित सामान्य प्रश्न”

  1. Pingback: 50+ Topic Wise Gk Test Series in Hindi | Free Online gk test in hindi | Free Gk Mock test in hindi | जीके ऑनलाइन टेस्ट - GHANTAJOB.com

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top